माखन विजयवर्गीय
राजगढ़। जिला मुख्यालय सहित पचोर ब्यावरा के बड़े कालोनाइजरों को प्रशासन ने चिन्हित किया है। कलेक्टर से मिले निर्देशों के बाद भूमाफियाओं की कुंडली बनाई जा रही है जिसमे ब्यावरा में शहर किनारे फ्लड एरिया में शासकीय जमीनों पर कब्जाकर कालोनी काटी जा चुकी है। वहीं जिला मुख्यालय पर कलेक्ट्रेट के बगल में ही कालोनाइजर द्वारा निजी जमीन के साथ साथ सरकारी जमीन पर भी कब्जा कर लिया। वहीं पचोर में शिवधाम सहित कुछ कालोनियों के नाम हिट लिस्ट में है।
माफिया से मुक्ति की इस मुहिम में राजगढ़ जिले के प्रशासन ने सुठालिया से लेकर खिलचीपुर ओर सारंगपुर से लेकर माचलपुर तक का मेप बनाया है जिसमे शासन की बेशकीमती जमीनों पर बरसों से कब्जा किए बैठे माफियाओं से मुक्त कराया जाएगा।
टूट सकती है प्रेस कालोनी
पचोर शहर की जीन प्रेस कालोनी अकबर अली कपास जिनिंग ने सरकार से लीज पर ली थी लेकिन लीज खत्म होने के बाद शहर के बीचोबीच स्थित इस जमीन को कुछ माफियाओं ने कब्जाकर बेच दी एवं रजिस्ट्रियां भी करवा दी। अब इस जमीन की मुक्ति का समय भी आ गया है। वहीं बालाजी नगर में सरकारी जमीन की जमकर बंदरबांट हुई जहां से कब्जे की जमीन मुक्त करवाई जाएगी। इधर सारंगपुर में तहसील के सामने एक कालोनी सरकारी जमीन में बन गयी जिसे भी मुक्त कराने के लिए प्रशासन ने कमर कस ली है। पचोर में बस स्टैंड से पुराना बस स्टेंड के बीच के घरों के पीछे सरकारी जमीनों पर बड़ा कब्जा बताया जा रहा अगर यह जमीन कब्जा मुक्त होती है तो सरकार एक नया बाजार यहां विकसित कर सकती है।