<no title>गुरव समाज के निमाडे जी की वार्ता का प्रसारण आकाशवाणी इंदौर केंद्र से 25 दिसंबर को ।
गुरव समाज द्वारा अपनी सामाजिक बोली और संस्कृति को सहेजने के लिये जानकारी को लिपिबद्ध कर  गुरव संस्कृति ग्रन्थ का निर्माण किया गया था।

गुरव समाज के हेमन्त मोराने ने बताया कि इसी ग्रन्थ के निर्माण और अपनी बोली और संस्कृति को कैसे सहेजा जाए के विषय पर गुरव समाज के श्री मनीष निमाडे की वार्ता का प्रसारण आकाशवाणी मालवा हाउस इंदौर के लोकप्रिय कार्यक्रम ग्राम लक्ष्मी के अंतर्गत  25 दिसम्बर को प्रातः 10:30 बजे से प्रसारण किया जावेगा। यह विशेष वार्ता आकाशवाणी इंदौर केन्‍द्र के मिडियम वेव 462.96 मीटर 648 किलो मेगाहर्टज्‍ पर सुनी जा सकेगी साथ ही यह वार्ता आल इंडिया रेडियों के मोबाईल एप्‍प पर भी सुनी जा सकती है।

श्री मनीष निमाडे ने बताया की विगत गुरूवार 12 तारिख के दिन आकाशवाणी इंदौर में मेरी रिकॉडिंग बोली और संस्‍कृति को कैसे सहेजा जाये विषय को लेकर संपन्‍न हुई। जिसमें गुरव समाज की उप‍लब्धि गुरव संस्‍कृति ग्रंथ विमोचन की जानकारी भी सुन सकेंगे। श्री निमाडे

गुरव समाज खरगोन ट्रस्‍टी एवम गुरव संस्कृति ग्रन्थ के सम्पादक समाज सेवी के साथ-साथ जाने-माने रेडियो श्रोता भी है इनके सम्पादकीय में ही गुरव समाज की 60 लोगों की एक कोर टीम ने संस्कृति को लिपिबद्ध करवा गुरव संस्कृति ग्रन्थ समाज को उपलब्ध करवाया । मध्‍यप्रदेश मूल के छत्‍तीसगढ, महाराष्‍ट्र आदि राज्‍यों के सहित संपूर्ण गुरव समाज के बुजुर्गो, वरिष्‍ठों, महिलाओं, युवाओं के साथ साथ जन जन के साथ अपनी विलुप्‍त होती संस्‍कृति, रिति-भाति, तीज-त्‍यौहार एवं परम्‍पराओं को लिपीबद्ध करवा संग्रह से गुरव संस्‍कृति ग्रंथ तैयार किया जो बोली और संस्‍कृति को सहेजने की अपने आप में एक अनुकरणीय अनुठी पहल भी है,आकाशवाणी मालवा हाउस इंदौर के लोकप्रिय कार्यक्रम ग्राम लक्ष्मी के अंतर्गत  25 दिसम्बर को प्रातः 10:30 बजे के प्रसारण में इसके संबंध में भी जानकारी इस वार्ता में साझा होगी। श्री निमाडे की इस उपलब्‍धी पर पूरे मध्‍यप्रदेश के गुरव समाजजनों, परिवार जनो, मित्रों तथा अन्‍य शुभचिंतकों ने बधाई प्रेषित की है। श्री निमाडे द्वारा आग्रह किया गया है कि इस कार्यक्रम का प्रसारण सुन अपनी प्रतिक्रिया आकाशवाणी इंदौर को पोस्‍ट कार्ड के माध्‍यम से अवश्‍य भेजे।