*मालवीय नगर में पत्रकार भवन को तोड़ कर *भोपाल में स्थित पुराने पत्रकार भवन के स्थान पर आधुनिक मीडिया सेंटर बनाने को लेकर पत्रकार जगत में तरह तरह की चर्चाऐं जोर पकड़ते जा रहीं हैं। चर्चा है कि कमलनाथ सरकार एक कार्पोरेट सरकार के हिसाब से कार्य कर रही है और मझोले तथा छोटे मीडिया का दमन करने पर तुली है, इसके ही चलते भविष्य में बनने वाले मीडिया सेंटर को पूरी तरह कार्पोरेट स्टाइल में ही बनाने की मंशा है सरकार की जो मझोले और छोटे पत्रकारों के बस के बहार होगा वहां आफिस या अपना संस्थान खोलना। यह योजना पिछली शिवराज सरकार से चली आ रहा है कि देश का पहला ऐसा मीडिया सेंटर बनाया जाये जो पूर्ण सुविधायुक्त हो जहां सभी मीडिया के आफिस हों वहीं पर पत्रकार वार्ता हो लेकिन किन्हीं कारणवश वह सरकार काम की शुरूआत नहीं कर सकी मौका मिला कार्पोरेट कमलनाथ सरकार को। अब जो सूत्र बता रहे हैं कि किसी धन्नासेठ को भवन बनाने को कहा जायेगा जो लगभग तय हो चुका है सरकार के अंदरखाने में, पूरा मीडिया जो निष्पक्ष पत्रकारिता करता है उसका दमन कर धन्नासेठों को ही वहां जगह दी जावेगी। जो मीडिया के भविष्य को तय करेगा।*
<no title>मीडिया सेंटर बनाने में सरकार की मंशा पर संशय*