<no title>टोल माफिया के खिलाफ चलेगा अब प्रदेश मे अभियान ( सज्जन )

भोपाल। (हिन्द न्यूज )। विधानसभा में लोक निर्माण मंत्री सज्जन वर्मा ने ऐलान किया कि जिस तरहसे शुद्ध का युद्ध मुलवलटखोरों और खाद बीज का नकली कारोबार करने वालों के खिलाफ चलाया गया है, ठीक उसी तरह का अभियान टोल माफिया के खिलाफ भी छेड़ा जाएगा। इसकी शुरुआत हमने भोपाल बायपास के ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई करके कर दी है। मध्यप्रदेश में पिछले १५ साल में इस तरह के ठेकेदारों ने जमकर घोटाला किया है। बैंकों से पैसा ले लिया और अपने घर में रख लिया। टोल से वसूली कर रहे हैं और सरकार से भी पैसा ले रहे हैं। विधानसभा में लेबर सड़क का मामला प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस के राज्यवर्धन सिंह ने उठाया था। उनका कहना था कि इस सड़क की हालत जर्जर है और कंपनी टोल वसूल रही है। उन्होंने ठेके को तत्काल निलंबित करने की मांग की थी। मंत्री ने कहा कि पिछली सरकार में नागेंद्र सिंह ने २० विधायकों को सड़क का मुआयना करने के लिए भेजा था। उसकी रिपोर्ट पर कार्यवाही नहीं हुई, हम जल्द ही सड़क का मुआयना कराकर कार्रवाई करेंगे। लेबर सड़क के ठेकेदार को भी नोटिस भी देंगे। सज्जन वर्मा ने यह भी बताया कि ठेकेदार तोचाहते हैं कि उनका अनुबंध निरस्त कर दिया जाए। इससे उन्हें ठेके की अवधि की शेष राशि सरकार को देनी पड़ जाती है, यह उनके लिए फायदे की बात होती है। नीना वर्मा ने टोल वसूली का मुद्दा उठाया – धार से विधायक नीना वर्मा ने टोल वसूली का मुद्दा उाठाया। वर्मा ने कहा कि जिन सड़कों का काम पूरा नहीं हुआ है उन पर भी जबरदस्ती टोल वसूली जा रहा है। भिंड से विधायक संजीव कुशवाहा ने भी इस बात को उठाते हुए कहा कि हमारे यहां भी एक सड़क पर अभी काम पूरा नहीं हुआ तो वसूली शुरू हो गई है। उन्होंने मोबाइल पर ३०६ रुपए की टोली की पर्ची भी दिखाई, साथ ही जांच की मांग की। लोक निर्माण मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि अधिकारियों की एक टीम भेजकर तीन दिन के भीतर इसका परीक्षण कराएंगे और कार्यवाही भी करेंगे। लोक निर्माण मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि राज्य में बीओटी (बिल्ट ऑपरेट एंड ट्रांसफार्मर) योजना के तहत बनाई गई सड़कों की जांच कराई जाएगी। वर्मा ने प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस विधायक राज्यवर्धन सिंह और अन्य सदस्यों के पूरक प्रश्नों के जवाब में यह घोषणा की। उन्होंने कहा कि जांच के संबंध में निर्देश जारी किए जा चुके हैं। विधायक सिंह ने रतलाम जिले में लेबड़े जावरा फोरलेन की मरम्मत नहीं होने का मामला उठाते हुए कहा कि सड़क की हालत ठीक नहीं है और वाहनों से टोल वसूलने वाली कंपनी इसका रख-रखाव नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि मंत्री स्वयं सड़क की स्थिति का पता कर सकते हैं। उन्होंने टोल कम्पनी का अनुबंध निरस्त करने और सड़क के संबंध में गलत रिपोर्ट देने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। मंत्री ने भरोसा दिलाया कि इस संपूर्ण मामले की जांच अधिकारियों से कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि विधायकों की टीम से इसकी जांच कराने की आवश्यकता नहीं है। जांच रिपोर्ट के आधार पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। विपक्ष के नेता गोपाल भागर््व ने भी कहा कि बीओटी के तहत निर्मित सभी मामलों की जांच होना चाहिए। इस पर मंत्री ने आश्वासन दिया और कहा कि जांच के निर्देश दिए जा चुके हैं।