थानों को पहुंचती है मोटी रकम चौकियों को भी दिया जाता है रुपया, कार्यवाही के बजाय संरक्षण देती है
अवनीश तिवारी
सिंगरौली।। इन दिनों सिंगरौली में अधेर नगरी चौपट राजा की कहानी चरितार्थ होती नजर आ रही है क्योंकि अवैध कारोबार में पुलिस का गजब का गठजोड़ दिख रहा है नदियों में किसी मशीन लगाकर रेत का अवैध उत्खनन करवाने में अहम भूमिका पुलिस का लिखा जा रहा है वही माइनिंग विभाग के द्वारा भी खुला संरक्षण देकर अवैध रेत का उत्खनन किया जा रहा है एक और नदी नालों को बचाने के लिए लाखों करोड़ों रुपए खर्च किए जा रहे हैं वहीं दूसरी ओर पुलिस व माइनिंग अधिकारियों के द्वारा अवैध उत्खनन कराया जा रहा है
मामला यह है कि जैसे जैसे अंधेरा होता है वैसे वैसे रेत माफिया नदियों का सीना छलनी करने लगते हैं लेकिन इन दिनों सिंगरौली में तो रात हो या दिन रेत का अवैध कारोबार कर रहे हैं रोज सैकड़ों डंपर और हाईवा रेत चोरी की जाती है ऐसा नहीं कि इसकी खास पुलिस को नहीं पुलिस के पास इन कारोबार से जुड़े एक एक माफिया और उनके गुर्गों की पूरी जानकारी है सूत्र बताते हैं कि पुलिस मुंह खोल पाए इसके पहले माफिया मोटी रकम देकर पुलिस की जेब गर्म कर देते हैं इसी कारण पुलिस उन पर कार्रवाई के बजाय उन्हें संरक्षण देती है इसका खुलासा शहर के क्षेत्रों में जाने पर खुलासा हुआ यह धंधा फायदे का सौदा बन चुका है ना किसी खदान का ठेका ना सरकार को रॉयल्टी जो रेत निकली पूरे का पूरा फायदे माफिया का होना था माफिया का यही कारण है कि माफिया रेत चोरी के इस धंधे में लगातार अपने पैर पसार रहा रहे है नदियों में कई ऐसी जगह हैं जहां से रेत दिन रात चोरी की जाती है।।
*हर गाड़ी पर चाहिए पैसा*
माफिया जिन नदियों से रेत निकालता है वहां के थाने और चौकी की पुलिस को वह प्रत्येक डम्फर और हाईवा के हिसाब से रुपए देता है यही होता है रेत ले जाने की अनुमति जो ऐसा नहीं करता पुलिस उसे बार-बार परेशान करती है जिससे वह पुलिस के जाल में फंस जाए।
दिन रात चलती है पिसी मशीनें
यह कारोबार कोई नहीं रोक सकता क्योंकि पूरी जानकारी जिला प्रशासन को है पिसी मशीन लगाकर दिन रात रेत माफियाओं ने नदियों के बीचो-बीच मशीन लगा ली है इन मशीनों को सुबह बाहर कर दिया जाता है लेकिन कई माफिया ऐसे हैं जो दिन-रात मशीन लगाकर रेत निकालते हैं जिसका दिनभर मशीनों की सुरक्षा का जिम्मा पुलिस संभालती रहती है
*पुलिस पर दिख रहे, माफिया भारी*
जिले के कई ऐसे माफिया है जो अवैध रेत का कारोबार कर रहे हैं जहां मंत्री के नाम पर अवैध रेत का उत्खनन करवा रहे हैं मनमानी नियमों को ताक पर रखकर रेत का कारोबार कर रहे हैं। जब रेत खदान पर पहुंचा तो ठेकेदार एवं रेत माफिया के गुर्गों ने बताया कि पुलिस थाना चौकी विभागीय अधिकारी सभी को रकम दी जाती है और क्षेत्र के लोगों ने बताया कि पुलिस और अधिकारी सब जानते हैं फिर भी कार्यवाही नहीं करते इससे यह साफ हो जाता है कि पुलिस अधिकारी एवं रेत कारोबारियों का सांठगांठ है