०- देवदत्त दुबे
भोपाल। (हिन्द न्यूज सर्विस)। भोपाल की प्रशासन अकदामी में शुक्रवार केा आईएएस सर्विस मीट का शुभारंभ करते हुए मुख्यमंत्री कमलनाथ ने जहां अफसरों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि हमें बदलाव के लिए आइडिया देने वालों को पुरस्कृत किा जाएगा। अफसरों ने भी भरोसा दिलाया कि हर समसया का समाधान निकालने में पूरी क्षमता से काम करेंगे और कभी निराश नहीं करेंगे। दरअसल पिछले कुछ वर्षों से प्रदेश की राजधानी भोपाल में प्रतिवर्ष अफसरों की सर्विस मीट होती है। इस सर्विस मीट के माध्यम से जहां अफसर एक-दूसरे को समझते हैं, मानसिक तनाव दूर करते हैं और परिवार को भी समय दे पाते हैं। इस दौरान अफसरी प्रदेश के मुखिया से भी पारिवारिक तौर पर रूबरू होते हैं और एक-दूसरे से दिल की बात कहते हैं। सरकारें आती-जाती रहती हैं लेकिन अफसर वहीं रहते हैं और जब-जब सरकार बदलती है प्रदेश का मुखिया बदलता है। तब अफसर और मुखिया के बीच तालमेल बनाने में कुछ समय लगता है लेकिन कमलनाथ मुख्यमंत्री बनने के बाद अधिकांश समय मंत्रालय में ही बैठकर काम करने वाले मुख्यमंत्री के रूप में देखे जा रहे हैं। यही कारण है कि उन्हें अफसरों के बीच तालमेल बनाने में ज्यादा दिक्कत नहीं हुई। कल तक जो अफसर पिछले १५ सालों की भाजपा सरकार के साथ काम कर रहे थे और सामाजिक सरोकारों की योजनाएं बना रहे थे, नए-नए प्रकल्प शुरू किए गए थे अब यही अफसर कांग्रेस सरकार के लिए दिशा दे रहे हैं। सर्विस मीट के उद्घाटन अवसर पर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अफसरों से खुले तोर पर कहा कि योजनांए आती हैं और कई बार फेल भी हो जाती हैं और ऐसे में बदलाव करना होता है। आप सब लोग मुझे बदलाव के लिए आइडिया दीजिए। आपके आडिया फॉर चेंज को सरकार चुनौती के रूप में लेगी और यह आईएएस अफसरों के लिए भी चुनौती होगा कि किसका आइडिया अस्वीकार होता है। आपके आइडिया में से सर्वश्रेष्ठ तीन आइडिया पूर्व मुख्य सचिव की ज्यूरी सिलेक्ट करेगी और जिसके आइडिया सिलेक्ट होंगे उन्हें विजेता के तौर पर इनाम दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रदेश के विकास की उन्नति में आपसभी का अहम रोल होता है। मुझे खुशी है कि आपने प्रदेश के विकास में ना सिर्फ योगदान किया है, बल्कि आगे बढ़ाते सरकार के प्रयासों को जन-जन तक पहुंचाया है। प्रदेश को इकोनोमिक टाइगर बनाना है। यह सब तब होगा जब हम खुद को बदलेंगे। अधिकारियों को क्या करना है और कैसे करना है, इसकी स्ट्रेटजी बनानी होगी। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि अधिकारियों को हर पांच साल में ख्ुाद को रिन्यू नहीं करना पड़ता है। नेताओं को हर पांच साल में खुद का रिन्यू करना होता है। कोई भी योजना सफल और असफल उसके क्रियान्वयन से होती हैं। उन्होंने कहा कि देश और दुनियाब दल रहे हैं। पहले कुछ परिस्थितियां भी और आज बदली तकनीकी में बदलाव आया है। हमारे एक्सप्रेशन में बदलाव आया है। हमारे सामने चुनौती यह है कि हम कैसे स्वीकार करते हैं। उन्होंने कहा कि धोती-कुर्ते को हम जींस-टीशर्ट में कैसे बदलें यह चेलेंज है। हमें तेज गति से नए बदलाव के अनुरूप काम करना होगा। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश जितनी विविधता कहीं नहीं है। उन्होंने कहा कि हमें मध्यप्रदेश की पहचान बनाना है। लोग मध्यप्रदेश की राजधानी तक नहीं जानते इसलिए हमें प्रदेश की प्रोफाइल बनाना है। नाथ ने कहा कि हर सरकार की कमी और ताकत होती है पर यू आर द डिस्पेंस द जस्टिस। उन्होंने इस अवसर पर रिटायर्ड अफसरों का जिक्र करते हुए कहा कि कुछ रिटायर हो गए हैं और कुछ रिटायर होकर नई शुरुआत करने जा रहे हैं यह बदलाव का प्रतीक है। इसके पहले आईएएस एसोसिएशन के अध्यक्ष अपरन मुख्य सचिव वाणिज्य कर विभाग आईपी केसरी ने स्वागत भाषण देते हुए कहा कि हमारे ग्लोबल लिबरल है। विदेश की ग्राउंड रियलिटी से परिचित हैं। देश में मारुति कार लाने में इनका ही हाथ है। मुख्यमंत्री नाथ हर समस्या का समाधान निकालने में विश्वास रखते हैं। उन्होंने एसोसिएशन की ओर से मुख्यमंत्री कमलनाथ को भरोसा दिलाया कि बहुत क्षमता है और हम आपको कभी निराश नहीं करेंगे। मुख्य सचिव एसआर मोहंती ने सीनियर अफसरों से कहा कि वे जूनियर अफसरों को अपने अनुभव से सिखाएं और उन्हें हर काम में आगे रखने में मदद करें। जूनियर अफसर भी इस मीट का इंजाव करें और वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन का लाभ लें। कुल मिलाकर आईएएस अधिकारियों की सर्विस मीट के शुभारंभ अवसर पर जहां मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अफसरों की जमकर हौंसला अफजाई की वहीं अफसरों ने भी मुख्यमंत्री को कभी निराश नहीं करने का भरोसा दिलाया।
०-नया इंडिया के कालम ”राजनैतिक गलियारा” से साभार)
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बदलाब के लिए सुझाब देने अफसर होंगे पुरुस्कृत मु. मंत्री