भोपाल सबसे प्रदूशित शहर


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भोपाल। (हिन्द न्यूज सर्विस)। ग्रीन पीस इंडिया की गत दिवस जारी रिपोर्ट में भोपाल मप्र को जारी रिपोर्ट में भोपाल मप्र का सबसे प्रदूषित शहर है। पीएम-१० का स्तर सर्वाधिक मिला। भोपाल औद्योगिक शहर सिंगरौली, पीथमपुर और नागदा से भी अधिक प्रदूषित है। दूसरे स्थान पर ग्वालियर है। इंदौर में साफ-सफाई का स्तर सुथरा तो ट्रैफिक सबसे ज्यादा होने के बावजूद प्रदूषण कम हुआ। विशेषज्ञों के मुताबिक भोपाल में प्रदूषण बढऩे का मुख्य कारण विकास कार्य और खराब सड़कों के कारण उडऩे वाली धूल हे। ग्रीनपीस इंडिया नेयह रिपोर्ट देश के २८७ शहरों में पीएम-१० के डाटा के आधार पर तैयार की है। झारखंड का झारिया देश का सबसे प्रदूषित शहर है। रिपोर्ट में मप्र के १३ शह शामिल हैं। भोपाल में पीएम-१० का स्तर १३५ मिला है, जो सीपीसीबी केे मानकोकं से ज्यादा है। हालांकि देशभर के शहरों में भोपाल का ६३वां स्थान है। राजधानी में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की मॉनिटरिंग में भी एक्यूआई १५० से अधिक आता रहा है। क्या है पीएम-१० – पीएम-१० यानी पर्टिकुलेट मैटर हवा में घुले हुए २.५ से दस माइक्रोमीटर तक की साइज के अतिसूक्ष्म कण हैं। हवा में इनकी संख्या जितनी बढ़ती जाती है, वह हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हैं। मापदंडों के अनुसार २४ घंटे में ६५ माइक्रोग्राम प्रति क्युबिक मीटर होना चाहिए। इससे अािक होने पर कार्डियोवेस्कुलर डिसीज के साथ श्वास संंबंधी बीमारियां भी बढ़ती हैं। यह है कारण – पर्यावरणविद् सुदेश वाघमारे के अनुसार राजधानी में हरियाली घटती जा रही है। इसके साथ जगह-जगह निर्माण कार्य चल रहे हैं, उनकी धूल कोरोकने के लिए समुचित इंतजाम नहीं किए गए हैं।इसी तरह जर्जर सड़कों से लगातार धूल उड़ रही है। पुराने वाहन हवा प्रदूशित कर रहे हैं। इस कारण यहां प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है। इसे रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की जरूरत है।