1 हेक्टेयर से कम क्षेत्र में 44 क्विंटल गेंहू उत्पादन करने वाला किसान प्रधानमंत्री के हाथों हुआ सम्मानित
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खरगोन के संतोष को तुमकुर में प्रधानमंत्री के हाथों पाया सम्मान
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खरगोन 03 जनवरी 2020/ खरगोन जिले की कसरावद तहसील के ग्राम अहिरधामनोद के किसान संतोष शोभाराम को गत गुरूवार को कर्नाटक राज्य के तुमकुर में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के हाथों सम्मानित किया। वर्ष 2016-17 में प्रदेश को कृषि कर्मण पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। उसके बाद भारत सरकार ने निर्णय लिया था कि प्रदेश में ऐसे किसानों को पुरस्कृत किया जाए, जो सर्वाधिक उत्पादन करते है। पूरे प्रदेश से कृषि विभाग से सर्वाधिक उत्पादन करने वाले किसानों की जानकारी मांगी गई। कृषि उप संचालक एमएल चौहान ने बताया कि कर्नाटक राज्य के तुमकुर जिले में आयोजित होने वाले कार्यक्रम में देशभर के किसान पहुंचे है। इस कार्यक्रम में खरगोन का भी हम प्रतिनिधित्व किया। हमारे किसान संतोष यादव को 2 लाख रूपए व प्रशस्त्रि पत्र से सम्मानित किया गया। भारत सरकार द्वारा प्राप्त हुए पत्रानुसार संतोष यादव की जानकारी व दस्तावेज भेजे गए, जिसमें उन्हें रिकार्ड उत्पादन होने पर सर्वाधिक गेहूं उत्पादन करने वाले किसान के रूप में उन्नतशील किसान का पुरस्कार दिया गया।
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श्री पद्धति ने किया कमाल
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किसान संतोष यादव ने बताया कि आत्मा परियोजना के अधिकारियों ने मुझे पहली बार श्री पद्धति के बारे में बताया था। उसी दौरान मैने सोच लिया था कि अत्यंत कम क्षेत्र होने के बावजूद मैं इसी पद्धति से बुआई करूंगा। इस पद्धति में मुझे 0.397 हेक्टेयर के प्लॉट में 6 किलो गेहूं की बुआई करना पड़ी। जबकि पारंपरिक खेती में मुझे करीब 35 किलो गेहूं बुआई करना पड़ता। कृषि विभाग से तकनीकी जानकारी के अनुसार पानी व अन्य तरह की व्यवस्थाएं करता रहा। इस पद्धति से मैंने देखा कि पारंपरिक खेती के तुलना में गेहूं का अंकुरण कहीं अधिक मात्रा में होता है। केवल 4 या 5 गेहूं के दाने से ही एक भारी के समान गेहूं का चढ़ा बनता है। गेहूं से गेहूं के बीच की दूरी अधिक होने से अंकुरित होने में अधिक सुविधा होती है, जिससे मेरा उत्पादन तीन गुना अधिक हुआ। कृषि सहायक संचालक दीपक मालवीय ने बताया कि पारंपरिक खेती में एक हेक्टेयर में 40 किलो गेहूं बुआई के लिए उपयोग में होता है। जबकि श्री पद्धति से केवल 8 किलो में बुआई हो सकती है। संतोष यादव के प्लॉट पर 5 मार्च 2017 को फसल कटाई की गई, इनके 0.397 हे. प्लॉट से 44 क्विंटल गेंहू का उत्पादन हुआ।
खरगोन के संतोष को तुमकुर में प्रधानमंत्री के हाथों पाया सम्मान