फर्जी जाति प्रमाण -पत्र और नियुक्ति पर भी परिवहन विभाग में उठ रहे सबाल ?  

                        -अवधेश पुरोहित।                          भोपाल (हिन्द न्यूज सर्विस) वैसे तो परिवहन विभाग के द्वारा राज्य की सीमायों पर स्थापित चौकियों पर से गुजरने बाले वाहन चालकों से चौकियों पर तैनात अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ - साथ इन अधिकारियों के द्वारा पोषित निजि लाठौतों के द्वारा अवैध बसूली की कमाई की बदौलत परिवहन विभाग में क्या क्या गोरखधंधे चल रहे हैं? यदि इस परिवहन विभाग के द्वारा संचालित परिवहन चौकियों फर तैनात अधिकारियों और कर्मचारियों की नियुक्तियों की किसी निष्पक्ष एजेंसी के द्वारा जांच करवाई जाए तो विभाग के अधिकारी और कर्मचारी जो वर्षो तक चौकियों पर होने बाली अवैध बसूली की कमाई की बदौलत फर्जी जाति प्रमाण पत्र और फर्जी दस्ताबजे के आधार पर नौकरियां करते हुए बेमानी संपत्ति के भी मालिक बने हुए हैं? हालांकि विभाग ऐसे अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ असंतोष के माहौल के चलते अब ऐसे फर्जी प्रमाण पत्रों और दस्तावेज के आधार पर कमाई दार चौकियों पर अवैध बसूली की कमाई की बदौलत पदस्थापना पाने बाले अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ फर्जी दस्ताबजे सामने आने लगे हैं और विभाग के असंतुष्ट अधिकारी और कर्मचारी ऐसे अधिकारियों और कर्मचारियों से जुडे दस्ताबजों को सार्वजनिक कर उनके जांच करवाने कर रहे हैं? ऐसे ही एक अधिकारी नीमच जिले की सीमा पर स्थापित परिवहन चौकी पर पदस्थ जगदीश मीणा के जाति प्रमाण - पत्र को लेकर विभाग में तरह तरह की चर्चाएं लोग चटखारे लेकर करते नजर आ रहे हैं? परिवहन विभाग में अकेले जगदीश मीणा ही ऐसे अधिकारी नहीं जिनके जाति प्रमाण पत्र का मामला नहीं है। बल्कि और अनेकों ऐसे अधिकारी हैं जिनके जाति प्रमाण पत्र ही नहीं उनकी नियुक्तियां शंका के घेरे में मगर जिस विभाग के द्वारा संचालित नयागाँव परिवहन चौकी पर व्याप्त अवैध बसूली के संबंध में तत्कालीन कलेक्टर नन्दकुमारम् के  तत्कालीन तहसीलदार जा़वद से जांच करवाने के बाद परिवहन विभाग के तत्कालीन आयुक्त, परिवहन, मोती महल, ग्वालियर को अपने कार्यालय के पत्र के साथ भेजी हो और उस पर आज दिनांक तक कोई कार्यवाही संबंधित पर न होना भी यह उजागर होता है कि चौकियों पर होने बाली अवैध बसूली की कमाई की बदौलत ऐसे कथित भ्रष्ट अधिकारियों और कर्मचारियों को प्रोत्साहित किया जाता रहा है। तो फर्जी जाति प्रमाण पत्र यदि के संबंध में विभाग क्या स्थिति होगी इसका अंदाज़ा ही लगाया जा सकता है? विभाग व्याप्त चर्चाओं के अनुसार जगदीश मीणा की तरह वर्षो तक विभाग की कमाई बाली परिवहन चौकियों पर तैनात रहने बाले बाथम के भी जाति प्रमाण पत्र को लेकर भी तरह तरह की चर्चाएं लोग चटखारे लेकर करते नजर आ रहे हैं? विभाग के लोगों का मानना है कि शायद बाथम के प्रमोशन के मामले में राज्य के पुलिस विभाग और परिवहन विभाग में अलग अलग नियम लागू होते हैं? तभी तो पुलिस विभाग में अलग और परिवहन विभाग में बाथम जाति के अलग अलग नियमों का पालन किया जाना परिवहन विभाग जिसे कमाई बाले विभागों में गिना जाता है यही बजह है कि कुछ वर्षो तक इस विभाग में  प्रतिनियुक्ति पर पुलिस विभाग के आरक्षक से टी आई  स्तर के अधिकारी परिवहन विभाग में जाने लिए लाईन लगी रहती थी?  तो परिवहन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की क्या स्थिति रहती है होगी? इस विभाग का हर अधिकारी और कर्मचारी परिवहन की संचालित चौकियों पर तैनाती के लिए उत्साहित रहता है। यही नहीं इस विभाग में प्रदेश के अन्य विभागों की तरह प्रमोशन आदि भी अन्य विभागों से जल्दबाजी में होने की भी घटनाएं प्रकाश आई वतर्मान में रीवा जिले की सीमा पर स्थापित चाकघाट परिवहन चौकी के प्रभारी की विभाग में नियुक्ति खिलाड़ी के कोटे से लिपिक के पद पर होने की चर्चाएं विभाग में है? मगर जिस तरह से लिपिक के पर नियुक्ति पाने बाले व्यक्ति खान ने विभाग के अन्य अधिकारियों की तुलना लम्बी छंलाग लगाकर आर टी आई का हासिल किया उसको लेकर भी विभाग में तरह तरह की चर्चाएं लोग चटखारे लेकर करते नजर आ रहे हैं? परिवहन विभाग में परिवहन चौकियों पर होने बाली अवैध बसूली की कमाई की बदौलत अनेकों अधिकारी और कर्मचारियों की प्रगति भी विभाग अच्छी खासी चर्चा का विषय बना हुआ है? मगर यह सब भजकलंदार की बदौलत ही प्रगति के माध्यम बने हैं? विभाग के अनेकों अधिकारी विभाग व्याप्त गोरखधंधे की किसी निष्पक्ष एजेंसी से जांच करवाने की मांग कर रहे हैं? मगर परिवहन चौकियों की अवैध बसूली की कमाई की बदौलत उन्हें यह उम्मीद कताई नजर नहीं आ रही है ।यदि विभाग परिवहन चौकियों फर वर्षो से तैनात अधिकारियों और कर्मचारियों की किसी निष्पक्ष जांच करवाई जाए तो जांच के नतीजे काफी चौकाने बाले होगें? साथ ही सरकार जिस माफिया को समाप्त करने का ढिंढोरा पीट रही है जांच के बाद परिवहन चौकियों पर अवैध बसूली की कमाई करने बाले एक सक्रिय रैकेट का भी खुलासा होगा?