सिवनी । केंद्र सरकार की कायाकल्प अभियान योजना के तहत प्रियदर्शनी के नाम से सुशोभित जिला अस्पताल को बदरंग करने वाले अधिकारियों पर जिला प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी का नज़ला टूट सकता है। दरअसल, यह सब कुछ एक फोटो के कारण हुआ है जो सोशल मीडिया पर वायरल हुई।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय के उच्च पदस्थ सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि कायाकल्प अभियान के लिये जिलाधिकारी प्रवीण सिंह के द्वारा दिन रात एक कर दिया गया था। अस्पताल की सूरत को बदलने के लिये जिलाधिकारी के द्वारा किये गये प्रयासों को जमकर सराहा भी गया था।
सूत्रों ने बताया कि रविवार 19 जनवरी को आयोजित राष्ट्रीय पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान के आगाज़ के दौरान साफ सुथरे एवं सुंदर दिखने वाले इंदिरा गांधी जिला चिकित्सालय में जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमति मीना बिसेन, प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के.आर. शाक्य, प्रभारी टीकाकरण अधिकारी डॉ.एच.पी. पटेरिया, स्वास्थ्य विभाग के मीडिया अधिकारी श्री भोयर सहित अन्य लोग उपस्थित थे। इस दौरान लिया गया एक चित्र सोशल मीडिया पर प्रसारित हुआ। ये सभी इस चित्र में दिख रहे हैं।
सूत्रों ने बताया कि इस फोटो को किसी के द्वारा जिला प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी को भेज दिया गया था। इस फोटो को देखने के बाद उक्त अधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों विशेषकर जिला अस्पताल प्रशासन के एक अधिकारी से जवाब तलब किया गया है।
सूत्रों ने बताया कि अपेक्षाकृत सुंदर बन चुके जिला अस्पताल में इस तरह के आयोजन को कराये जाने की बजाय टीकाकरण अधिकारी के कार्यालय अथवा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय में इस कार्यक्रम को आयोजित किया जाता। जिला अस्पताल में इस आयोजन से जिला प्रशासन के एक आला अधिकारी सख्त नाराज़ हैं।
सूत्रों ने बताया कि इस कार्यक्रम में अस्पताल के अंदर दो पिल्लरों पर बेतरतीब तरीके से पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान का बैनर भी बांधा गया था, जो जिला प्रशासन के आला अधिकारी को उचित नहीं लगा। इस बारे में जल्द ही जिम्मेदारों पर जिला प्रशासन के एक आला अधिकारी का नज़ला टूट भी सकता है।