+विश्व कल्याण के देवता है शिव* 🔱🔱🔱🔱🔱🔱🕉☮🌹


〰〰〰〰〰जीने की राह


*भगवान शिव कल्याण की विराट परंपरा के प्रतिनिधि हैं । आज दुनिया में जिस तरह का वातावरण है , कल्याण की बड़ी आवश्यकता है । कल्याण शब्द सेवा से भी ऊपर है । सेवा में तो फिर भी कभी कभी स्वार्थ का भाव आ जाता है , लेकिन कल्याण का मतलब है सेवाओं के सारे स्वरूप एक घटना में समा जाएं । शिव इस मामले में अद्भुत हैं । उनकी प्रत्येक लीला आनंद के सृजन का उद्घोष है । शिवचरित्र की जितनी कथाएं हैं , उनमें गजब की सच्चाई है । पूरा शिव चरित्र सिखाता है कि सुख और आनंद आप ही के भीतर है ।* थोड़ा भीतर उतरकर उसे प्राप्त कर लो और फिर दूसरों पर छिड़क दो । अपनी खुशी जितनी दूसरों में बांटेंगे , भीतर उसकी उतनी ही सुगंध बढ़ जाएगी । शिव को सत्यम् - शिवम् - सुंदरम् इसलिए कहा गया है कि जीवन की सुंदरता की खोज में भले ही पूरे संसार में घूम लें , लेकिन यदि वह आपके भीतर नहीं है तो कहीं नहीं है । हमें उनके इस चरित्र को याद रखना चाहिए । वेदों में तो शिव को अव्यक्त , अजन्मा और सबका कारण बताया है । वे पालक और संहारक दोनों हैं । शास्त्रों में लिखा है देव - दनुज , ऋषि - महर्षि , योगेंद्र - मुनींद्र , सिद्ध - गंधर्व , साधु - संत , सामान्य मनुष्य ये सभी शिव की इसलिए उपासना करते हैं कि ये कल्याण के देवता हैं । *आज शिवरात्रि पर जब शिवलिंग पर जल चढ़ाएं तो एक कामना जरूर करें कि हे शिव , केवल मुझ अकेले को नहीं , पूरे संसार का कल्याण कीजिएगा , शांति प्रदान । कीजिएगा । यही सच्ची शिवपूजा होगी . . ।*


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*ओ शंकर मेरे*
कब होंगे दर्शन तेरे
--------------जय श्री महाकाल------🙏🏻🌹