गाय हमारी माता है तो यह हालत क्यों है गायों की
पन्ना - {sarokaar news} गाय को लेकर जितनी चर्चा और राजनीति होती है उससे थोड़ा सा भी अगर गाय के लिए काम किया जाए तो गाय की दशा सुधर सकती है राजनीतिक पार्टियों को अपनी राजनीति करने के लिए गाय मुफीद लगती है और इस पर खूब राजनीति मौजूदा दौर में हो रही है। सरकारें जनता को संतुष्ट करने के लिए गायों के लिए गोशालाएं खोलतीं है और हैं और भारी भरकम बजट आवंटित करती हैं, जगह-जगह गौशालाओं का निर्माण हुआ है पिछली सरकार की तर्ज पर मध्य प्रदेश की मौजूदा सरकार भी गायों के लिए गौशाला बना रही है पिछली सरकार ने जो गौशालायें बनाई और प्रदेश की मौजूदा सरकार बना रही है और देखभाल कर रही है उसमें गाय को कितना फायदा हुआ यह भी देखा जाना चाहिए। अधिकतर गौशालाओं में गाय मरने के लिए अभिशप्त हैं और गायों के लिए आने वाला बजट अफसरशाही और गौशाला संचालक मिलकर उड़ा रहे हैं और गाय की स्थिति बद से बदतर हो रही है।
पन्ना में गौशाला में कैद गायों की दयनीय स्थिति को लेकर महारानी जीतेश्वरी देवी ने गौशाला का जाकर निरीक्षण किया तो वहां गायों की दयनीय स्थिति को देखकर वह द्रवित हो गयीं। गौशाला में रह रही गायों के लिए किसी प्रकार की सुविधा नहीं होने से उन्होंने जमकर हमला बोला और कहा कि जब गौशाला गायों की देखभाल नहीं हो रही है तो क्यों यहाँ रखकर जबरन मारा जा रहा है। गौशाला में गायों के लिए चारा नहीं है पीने का पानी नहीं है और अगर गाय बीमार हो जाए तो उसके इलाज भी अभाव है, गौशाला में जब कोई गाय मर जाती है तो उसके शरीर के अंगों को गौशाला में ही कुत्ते नोच रहे हैं।
अपनी आपबीती सुनाते हुए महारानी ने बताया कि कुछ साल पूर्व मेरे छह महीने के कुत्ते के बच्चे के गले में पत्ता न होने के कारण मेरे ऊपर मुकदमा दर्ज कर दिया गया था और बतौर जुर्माना मुझे एक हज़ार रूपए भरने पड़े थे। इसी तरह जो लोग गाय पाल रहे हैं और उनकी देखभाल नहीं कर रहे हैं और आवारा छोड़ देते हैं उन लोगों पर भी जुर्माना किया जाए तथा उस पैसे से गायों की बेहतर देखभाल की जाये।
पन्ना नगर पालिका द्वारा संचालित गौशाला को ठेके पर चलाया जा रहा है तथा गायों के नाम पर एक निश्चित बजट दिया जा रहा है यह बजट कितना है और कितना दिया जा चुका है और कितना दिया जा रहा है यह एक राज है। इस संबंध में मुख्य नगरपालिका अधिकारी ओपी दुबे से जब जानना चाहा तो उन्होंने बताया कि इसके लिए कोई पैसा नहीं आता है हम लोग भूसा का पैसा देते हैं उन्होंने यह नहीं बताया कि भूसा का कितना पैसा देते हैं और उन्होंने फोन काट दिया। इसके बाद जब नगर पालिका में जाकर पता किया तो कोई भी अधिकारी और कर्मचारी पन्ना में संचालित हो रही गौशाला को कितना बजट दे रहा है कितना दिया जा चुका है यह बताने के लिए कोई तैयार नहीं है।
गाय हमारी माता है उससे हमारा नाता है : महारानी