'इंक्यूवेशन पीरियड और कोरोना महामारी' की गम्भीरता को समझिए साहसी बनिये पर सिर्फ हम ही बुद्धिमान है ऐसा समझने की बेवकूफी मत कीजिए। W.H.O, अमेरिका, यूरोप, प्रधानमंत्री कार्यालय, IIM, IIT अन्य सभी को बेवकूफ मत समझिए! जो स्कूल कालेज माल बंद करवा रहे हैं। सौ बात की एक बात ये है कि शासन कभी खुल के खतरे के बारे में नहीं कहती है ताकि जनता में हंगामा न मचे, पर स्कूलों का बंद होना, ट्रेनों का रद्द होना, अंतरराष्ट्रीय उडानों को स्थगित किया जाना प्रमाण है कि स्थिति गंभीर है,
अब हम स्टेज 2 में हैं, जिसमें वायरस आपसी मेल जोल और सामाजिक समारोहों में फैलता है।यह सबसे महत्वपूर्ण चरण है और पुष्टि किए गए (जाँच में पक्के पाए गए) मामलों की संख्या प्रतिदिन तेजी से बढती है जैसे कि फरवरी के अंतिम सप्ताह और मार्च के दूसरे सप्ताह के बीच इटली में हुआ था। संक्रमित व्यक्तियों की संख्या सीधे 300 से 10,000 तक बढ़ गयी । यदि भारत अगले 3 से 4 हफ्तों में इस स्टेज को मैनेज करने में कोताही बरतेगा तो हम हजारों में नहीं बल्कि लाखों मामलों में संक्रमण देख सकते हैं। अपनी किस्मत न आजमाएं और इस बात को दिमाग से निकाल दें कि मुझे कुछ नहीं होगा। भारत की मेडिकल हिस्ट्री में अगले 30 दिन सबसे महत्वपूर्ण होंगे।
अगले एक महीने तक सावधान रहे व दूसरों को भी प्रेरित करके एक जिम्मेदार नागरिक बनें।
याद रखिये की समझदारी से उठाया गया आपका प्रत्येक कदम इस महामारी से लड़ने में अत्यंत प्रभावशाली तौर में सहायक हो सकता है। भीड़ से बचें व जागरूकता के साथ सुरक्षित स्वस्थ रहें।
लहसुन, प्याज के चक्कर में न रहे, दुनिया के किसी देश के पास इसका इलाज नहीं है और कम से कम 6 माह तक होगा भी नहीं आपकी जागरूकता और सावधानी ही अभी एक मात्र उपाय है। 💞🙏🙏🌱🌴🌳