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*निजी सुरक्षा एजेंसी के चलते परियोजना का अस्तित्व खतरे में*
------------------------------------------------------- *सिगरौली:--(दिनेश पाण्डेय)* कोरोना वायरस को लेकर पूरे देश में लॉक डाउन चल रहा है।इधर मौके का फायदा उठाते हुए डीजल व कबाड़ चोर कोयला खदानों में घुस रोजाना लाखों की चोरी कर रहे हैं वही सुरक्षा से जुड़े सभी संबधितो की मिलीभगत के चलते किसी को कानोकान भनक तक नहीं लग रहा।बताते है कि हमेशा से चोरी को लेकर सुर्खियों रहा एनसीएल बीना एवं ककरी परियोजना में डीजल की चोरी का कारोबार इन दिनों काफी फलफूल रहा है।उक्त परियोजना खदान में हो रहे तेल के खेल में नीजि सुरक्षा एजेंसी के जिम्मेदार लोगो की महत्वपूर्ण भूमिका है।जिसको देखने व सुनने वाला कोई नही है।ऐसा नही है कि परियोजना के जिम्मेदार अधिकारियों को इसकी जानकारी नही है,बल्कि इनके सह पर बीना व ककरी खदान छेत्र में ताबड़तोड़ चोरिया हो रही है। खदान से रोजाना हो रही हजारो लीटर डीजल की चोरी में एनसीएल को लाखो रुपये की चपत लग रहा है। जिसे रोक पाने में परियोजना प्रबंधन नाकाम साबित हो रहा है।जानकारी के लिये बता दे कि बीना खदान छेत्र के मेन सम्प,डम्फर पार्किंग व ककरी के मेन सम्प,वर्क साप से हजारो लीटर डीजल की चोरी कर स्थानीय ट्रांसपोर्टरो को बेचा जा रहा है।इसी तरह अन्य परियोजनाओं का भी यही हाल है।जिसमे दुधिचुआ, झिगुरदह,गोरबी ब्लॉक बी व जयंत परियोजना भी सम्मिलित है।जहाँ ताबड़तोड़ डीजल व कबाड़ की निकासी की जा रही है।लेकिन हैरत की बात तो यह है कि इतना सबकुछ होने के बाद भी वजह चाहे जो भी हो इनके प्रति जीएम सुरक्षा बिभाग एनसीएल सिंगरौली काफी मेहरबान है।जिसके वजह से इन पर आज तक कोई कार्यवाई नही की हो सकी।जबकि उक्त परियोजनाओं में कार्य करने वाली निजी सुरक्षा एजेंसी में मेन पावर की भी भारी कमी है जहाँ पच्चास मेन पॉवर लगाने है वहा एजेंसी संचालकों द्वारा पच्चीस, तीस में ही काम चला लिया जाता है।बाकी के पंजी में फर्जी उपस्थिति दर्ज कर एनसीएल प्रबन्धन के आँखों मे धूल झोंकते हुये लाखों रुपये का फेराफेरी करते है।जिसकी हेड क्वाटर्स से एक टीम गठित कर जांच कराया जाय तो दूध का दूध पानी का पानी अपने आप हो जाय।
*माफियाओ के खिलाफ हो ठोस कार्यवाही-पीएस पाण्डेय*
👉 एनसीएल परियोजनाओ में सीकेडी माफियाओ की सक्रियता को देख ऐसा प्रतीत होता है कि परियोजनाओ में लगे सुरक्षा एजेंसी अपने कर्तव्यों का पालन ठीक से नही कर पा रही है।इस पर एनसीएल प्रबन्धन को गंभीर होने की आवश्यकता है।क्योकि एनसीएल सुरक्षा व्यवस्था के नाम पर करोड़ो रूपये खर्च कर रहा है।उक्त बातें कोयला श्रमिक सभा(HMS)के जनरल सेक्रेटरी अशोक पाण्डेय ने कही उन्होंने आगे कहा की यह प्रायः देखने व सुनने को मिलता है कि बिभिन्न परियोजनाओ में लगी निजी सुरक्षा एजेंसी के मिलीभगत से व्यापक पैमाने पर डीजल व कबाड़ की चोरी हो रही है।कई जगह पकड़े भी गये है।जिसकी जानकारी सोशल मीडिया व समाचार पत्रों के माध्यम से हमे भी समय समय पर मिलती रही।जो काफी गम्भीर व चिन्तनीय है।ऐसी स्थिति में परियोजना प्रबन्धन को निश्चित ही गंभीरता दिखानी चाहिए व संबंधित एजेंसियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करनी चाहिये लेकिन हमे लगता है कि ऐसा हो नही पाता,अगर इनपर एक बार कड़ी कार्यवाही कर दी जाये तो हमे नही लगता कि इसकी पुनराबृत्ति दुबारा हो।श्री पाण्डेय ने एनसीएल परियोजना के खदानों में व्यापक स्तर पर हो रही चोरियो को लेकर चिंता जाहिर करते हुए उक्त के संदर्भ में एनसीएल के उच्च अधिकारियों से चर्चा कर समाधान निकालने की बात कही है।उन्होंने कहा कि अगर संबंधित अधिकारियों से बात नही बनती है,जरूरत पड़ा तो उक्त सभी सम्बन्धित अधिकारियों की मिलीभगत व निजी सुरक्षा एजेंसी के कार्यप्रणालीयो के खिलाफ कोल इंडिया चेयरमैन को अवगत कराते हुए इन पर कार्यवाई कराने हेतु अधिकारियों को बाध्य कर दूँगा।