*जंगलों में नहीं हुआ शाखकर्तन और समितियों को लगभग 6 लाख का कर दिया भुगतान*
रीवा।
तेंदूपत्ता तोड़ाई के पहले ही फर्जीवाड़े की बू आने लगी शाखकर्तन हुए बिना ही समितियों को ₹5,74000/- का भुगतान कर दिया गया श्रमिकों की मेहनताने के नाम पर यह राशि जारी की गई बिना काम के हुए भुगतान में अब वन विभाग में हड़कंप मचा दिया है।
*बिना निरीक्षण के ही प्रमाणक तैयार कर दिए*
शाखकर्तन के बाद मौके पर पहुंचकर फड़मुंशी, रेंजर, पोशाक अधिकारी, प्रबंधक को निरीक्षण करना चाहिए ना कि बिना निरीक्षण के ही शाखकर्तन का फर्जी प्रमाण तैयार कर ₹5,74000/- करीब धनादेश प्रबंध संचालक ने जारी कर दिया भुगतान का आदेश।
अभी दो दिन पहले ही रीवा रेंजर द्वारा कहा गया ही यहां पर फर्जी तरीके से भुगतान किया जाता हैं। जो यहा कर्मचारी नहीं उसे भी भुगतान कर दिया गया है बैगर प्रमाणक के जिसकी शिकायत दर्ज कराई गई हैं।
*वर्जन*
16 मार्च को ट्रेनिंग दी गई थी लाकडाउन के पहले दो चार दिन का ही समय मिला था यह बात सही है कि लाकडाउन के कारण शत-प्रतिशत शाखकर्तन नहीं हो पाया लेकिन काम नहीं हुआ यह भी नहीं कह सकते फॉरेस्ट गार्ड और डिप्टी ही काम कराएगा पहले वही हस्ताक्षर करेंगे फिर रेंजर करेगा हस्ताक्षर करेंगे एक तरह से यह प्रमाणीकरण ही है प्रमाणीकरण के बाद ही भुगतान होता है यदि इस मामले में कोई शिकायत आएगी तो जांच कराए जाएंगे।
*डीएफओ चंद्रशेखर सिंह वन मंडल रीवा*